बागवान आंदोलन के नाम राजनीतिक आंदोलन: देष्टा

भाजपा किसान मोर्चा हिमाचल ने प्रदेश में चल रहे बागवानों के आंदोलन को राजनीति से प्रेरित बताया है। वीरवार को शिमला में आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान भाजपा हिमाचल किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री संजीव देष्टा ने आरोप लगाया है कि इस आंदोलन में सिर्फ एक ही संगठन के लोग शामिल हैं। इसमें किसान बागवान सिर्फ 5 से 10 प्रतिशत हैं। बागवानों को झूठी जानकारी देकर उन्हें बरगलाने का प्रयास किया जा रहा हैं।


उन्होंने कहा कि प्रदेश में अभी सेब सीजन चल रहा हैं। भरे सेब सीजन में किसानो बागवानों को जेलो में डलवाया जा रहा हैं। कुछ लोग बागवान आंदोलन के नाम पर सिर्फ राजनीतिक रोटियां सेकने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि तथ्यहीन विषय बागवानों के बीच लाए जा रहे हैं और 5 हजार करोड़ रुपए की सेब की अर्थव्यवस्था को समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा हैं। अब धीरे धीरे लोगों को बात समझ आ रही हैं। देष्टा ने कहिा कि हिमाचल में जब जब भाजपा की सरकार रही हैं।

किसानों के हित में काम किए हैं। वर्तमान व पूर्व सभी भाजपा सरकारे किसान हितैषी रही है। 5 हजार करोड़ की सेब की आर्थिकी और लोअर हिमाचल के नींबू प्रजाति फलों की बात है। भाजपा सरकार हमेशा किसान हितैषी निर्णय लेती हैं। केंद्र सरकार द्वारा 18 प्रतिशत जीएसटी लागू किया गया है। 6 प्रतिशत जीएसटी पर सब्सिडी देने का निर्णय लिया। जो बागवान बिल, बैंक पासबुक की कॉपी उद्यान विभाग में बिल जमा करता है। 6 प्रतिशत सब्सिडी मिलेगी।

कीटनाशकों पर भी सब्सिडी को पहले की तरह बहाल किया गया हैं। किसानों बागवानों को इससे राहत मिल रही हैं। 2013 से हिमफैड व एचपीएमसी के पास बागवानों की एमआईएस की पेमेंट थी। उसको किसानों बागवानों तक पहुंचाया। 2017 तक की धनराशि को सभी जिला केंद्रो पर और हिमफैड के केंद्रो पर भेज दिया गया हैं। प्रदेश की जयराम सरकार ने किसानों के बागवानों के हित्तो को ध्यान में रखा हैं। भाजपा सरकार ने साढ़े 3 रुपए वर्ष 2017 से 2022 तक एमआईएस के बढ़ाए हैं।


साढ़े 3 रुपए एमआईएस पर बढ़ाए गए हैं। पूर्व की सरकार में 5 साल में एक रुपया बढ़ाया गया हैं। कोविड के समय में भी किसी तरह से दिक्कत नहीं हैं। सब्जी मंडियों में रेट मिले। कुछ राजनीति संगठन के लोग सडक़ों पर लोगों को भरे सीजन में नारे लगवा रहे हैं। जेल भरो आंदोलन कानून का उलंघ्घन किसानों बागवानों से करवाया जा रहा हैं। देष्टा ने कहा कि बागवानों को समझना चाहिए कि प्रदेश सरकार किसानों व बागवानों के हितो के लिए फैसले ले रही हैं। भाजपा किसान मोर्चा हिमाचल प्रदेश के प्रदेश उपाध्यक्ष उपाध्यक्ष जिलालाल ठाकुर, प्रेम चौहान शिमला जिला के अध्यक्ष, नरेश चौहान, उपाध्यक्ष भाजपा हिमाचल किसान मोर्चा भी मौजूद रहे।

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