अडानी ग्रुप की सीमेंट कंपनियों के साथ चल रहा विवाद खत्म

अडानी ग्रुप की सीमेंट कंपनियों (Adani Group Cement Companies) के साथ चल रहा सीमेंट ढुलाई के मालभाड़े का विवाद आखिरकार खत्म हो गया है। प्रदेश में बीते ढ़ाई महीने से बंद चल रही अंबुजा और एसीसी सीमेंट (ACC Cement) कंपनियां दोबारा खुल जाएंगी। सीमेंट कंपनी और ट्रक ऑपरेटर्स के बीच चल रहा विवाद मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में सुलझ गया है। 

सोमवार को सचिवालय में हुई मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, दाड़लाघाट और बरमाणा के ट्रक मालिकों, कंपनी प्रबंधन की वार्ता में मालभाड़े पर सहमति बन गई है। वार्ता के बाद मुख्यमंत्री सुखविंद्र सुक्खू ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि अडानी कंपनी सिंगल एक्सल ट्रक का 10.30 रुपये और डबल एक्सेल का 9.30 रुपये प्रति किलोमीटर प्रति क्विंटल मालभाड़ा देने पर सहमति बनी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी अडानी समूह के सीईओ मनोज जिंदल और बरमाणा ट्रक ऑपरेटर यूनियन के प्रधान राकेश ठाकुर, दाड़ला के प्रधान जयदेव कौंडल से बात हुई और नये मालभाड़े पर सहमति बन गई। उन्होंने कहा कि मालभाड़े की वार्षिक बढ़ोतरी में पुराना फॉर्मूला लागू रहेगा। 

मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि मंगलवार से दोनों सीमेंट प्लांट शुरू हो जाएंगे। मुख्यमंत्री ने ट्रक ऑपरेटरों, प्रशासन और अडानी समूह को इस विवाद को सुलझाने के लिए बधाई दी। ट्रक ऑपरेटरों की बाकी मांगें जिला प्रशासन के स्तर पर हल की जाएंगी। सीएम ने कहा कि हम नहीं चाहते कि प्रदेश में कोई उद्योग बंद हो। दूसरी ओर ट्रक ऑप्रेटर भी हमारे भाई हैं। उन्होंने कहा कि कई ढाबे और पंचर लगाने वाले दुकानदार इस पर निर्भर हैं। उन्होंने कहा कि डीजल के डीजल के रेट बढ़ने पर होने वाली बढ़ोतरी को वही स्वयं देखेंगे। उन्होंने कहा कि तालाबंदी से सरकार को जो नुक्सान हो रहा था, सरकार वह सहन कर सकती है, लेकिन ट्रक ऑपरेटरों का नुक्ससान हम नहीं देख सकते थे।

14 दिसंबर को बंद हुए थे सीमेंट प्लांट

14 दिसंबर को अडानी समूह ने घाटे का हवाला देते हुए बरमाणा और दाड़लाघाट में सीमेंट प्लांट बंद कर दिया था। सीमेंट कंपनियों के कर्मचारियों सहित ट्रक ऑपरेटरों पर रोजगार का संकट खड़ा हो गया। बरमाणा में करीब 2,300 ट्रक बीडीटीएस और 1,500 ट्रक पूर्व सैनिकों के सीमेंट ढुलाई करते हैं। दूसरी ओर दाड़लाघाट में 3500 से अधिक ट्रांसपोर्टर सडक़ों पर आ गए। इसके विरोध में 16 दिसंबर को ट्रक ऑपरेटरों ने आंदोलन शुरू कर दिया। अब 68 दिन के बाद दाड़लाघाट और बरमाणा ट्रक मालिकों और सीमेंट कंपनी प्रबंधन के बीच मालभाड़े को लेकर सहमति बनी है। इस मौके पर परिवाहन विभाग के सचिव आरडी नजीम, निदेशक ट्रांसपोर्ट अनुपम कश्यप, उपायुक्त बिलासपुर पकंज राय सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।

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