राष्ट्रीय स्वास्थय मिशन के तहत सामुदायिक स्वास्थय अधिकारियों के 723 पदों सहित स्टाफ नर्स, फीमेल हेल्थ वर्कर और लैब तकनीशियन के 983 पदों को भरने के लिए भर्ती प्रक्रिया पूरी हो चुकी हैं। एनएचएम इन पदो पर भर्ती करवाने का काम अटल मेडिकल यूनिवर्सिटी नैरचौक को दिया था। यूनिवर्सिटी द्वारा इन पदो को भरने के लिए परीक्षा करवा दी गई हैं। साथ ही परीक्षा का परिणाम भी घोषित कर दिया गया हैं। परीक्षा परिणाम के बाद मैरिट लिस्ट भी बन चुकी हैं। ऐसे में अब एनएचएम इन पदो पर उत्तीर्ण उम्मीदवारों को नियुक्तियां प्रदान करना चाहता हैं, लेकिन आचार संहिता के कारण नियुक्ति नहीं हो सकती हैं।
ऐसे में राष्ट्रीय स्वास्थय मिशन ने निर्वाचन आयोग से इस मामलें अनुमति के लिए पत्र लिखा हैं। एचनएचम के मिशन निदेशक हेमराज बैरवा ने बताया कि भर्ती प्रक्रिया पूरी हो चुकी हैं। अब उत्तीर्ण उम्मीदवारों को नियुक्ति दी जानी हैं। इसके लिए चुनाव आयोग से अनुमति मांगी हैं। उधर अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी नीलम दुल्टा का कहना है कि चुनाव आयोग के पास अभी तक एनएचएम की अर्जी नहीं पहुंची हैं। मामला पहुंचने पर उसे कंसीडर किया जाएगा।
गौरतलब है कि एनएचएम में कुल 983 पदों पर भर्ती शुरू हुई थी। अटल मेडिकल एवं रिसर्च यूनिवर्सिटी, नैरचौक मंडी की तरफ से इस संबंध में अधिसूचना जारी की गई थी। अधिसूचना के मुताबिक जानकारी के अनुसार, स्वास्थ्य विभाग में कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर यानि सीएचओ के 723 पदों पर नियुक्तियां होनी हैं। इसके अलावा, 159 नर्सों के खाली पद भी भरे जाने हैं। वहीं, फीमेल हेल्थ वर्कर के लिए 65 पदों के लिए भी आवेदन मांगे गए थे। साथ ही नेशनल हेल्थ मिशन के तहत लैब तकनीशियन के 36 पद भर भरे जाने हैं। यह सभी पद अनुबंध आधार पर भरे जा रहे हैं।
अनुमति नहीं मिली तो आचार संहिता के बाद नियुक्ति
एनएचएम को नियुक्ति प्रदान करने के लिए अगर चुनाव आयोग की ओर से अनुमति प्रदान नहीं की जाती हैं, तो फिर आदर्श आचार संहिता के बाद ही उम्मीदवारों को नियुक्ति मिल पाएगी। गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में 8 दिसंबर को मतगणना होनी हैं। मतगणना के 2 दिन बाद यानि 10 दिसंबर तक प्रदेश में आचार संहिता रहेगी। ऐसे में 10 दिसंबर के बाद ही इन पदो पर उम्मीदवारों की नियुक्ति हो पाएगी।