ग्लेशियरों के लिए खतरा बन रहा बढ़ता तापमान

हिमाचल में तेजी से बढ़ रहा तापमान ग्लेशियरों के लिए खतरा बन रहा है। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि तेजी से बढ़ रहे तापमान के कारण ग्लेशियरों में बर्फ तेजी से पिघलेंगी। अगर इसी तरह गर्मी बढ़ती रही तो आने वाले कुछ समय में ग्लेश्यिरों की बर्फ जल्दी पिघल जाएगी। बर्फ के जल्द पिघलने के कारण प्राकृतिक स्त्रोतों में जल स्तर कम हो जाएगा। प्राकृतिक जलस्त्रोतों में पानी कम होने के कारण सिंचाई के लिए पानी की कमी शुरू हो गई है।

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डॉ सुरेंद्र पॉल का कहना है कि हिमाचल में मार्च के महीने में इस बार तापमान में काफी ज्यादा बढ़ोत्तरी हुई है। ऊना प्रदेश के 10 जिलों में तापमान 30 डिग्री से ऊपर है। वहीं 4 जिलों में तापमान 35 डिग्री से ऊपर चला गया है। वहीं आने वाले 2 दिन फिर से प्रदेश में लू चलने के आसार है। यानि अप्रैल के शुरूआत में हिमाचल के कई जिलों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री को पार कर जाएगा। डॉ सुरेंद्र पाल का कहना है अबकी बार मार्च के महीने में हिमाचल प्रदेश का अधिकतम तापमान सामान्य से करीब 8 डिग्री ज्यादा है। ऐसे में लोगों का मार्च के महीने में ही गर्मी से बुरा हाल हो गया है।

मौसम विज्ञान केंद्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में अधिकतम तापमान बढ़ते क्रम में चल रहा है। हर दिन तापमान में एक डिग्री का उछाल आ रहा है। बुधवार को ऊना जिला में प्रदेश क अधिकतम तापमान 38.7 डिग्री सेल्यिस दर्ज किया गया। वहीं बिलासपुर जिला में अधिकतम तामपान 35.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। हमीरपुर जिला जिला में 34.5 डिग्री, मंडी और कांगड़ा में 34.8 डिग्री, चंबा नाहन और सोलन में 33 डिग्री, सुंदरनगर और भुंतर 34 डिग्री तामपान, धर्मशाला में 32 और शिमला में 25.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है।


ऊना में टूट सकता है 12 साल का रिकार्ड
प्रदेश के ऊना जिला में गर्मी पिछले 10 साल का रिकार्ड तोड़ सकती है। वर्ष 2010 में ऊना जिला में 39.4 डिग्री अधिकतम तापमान मार्च के महीने में दर्ज किया गया था। ऐसे में इस बार भी तापमान 39 डिग्री के करीब पहुंच चुका है। 31 मार्च को ऊना जिला का तापमान 39 डिग्री को पार कर जाएगा। वहीं शिमला जिला में वर्ष 2004 के बाद सबसे अधिक तापमान दर्ज किया गया है। 2004 में शिमला में 27.2 डिग्री तापमान दर्ज किया गया था। वहीं केलंग में 23 मार्च 31 मार्च 2018 को सबसे ज्यादा 17.5 डिग्री तापमान दर्ज किया गया था। कांगड़ा में 2017 में 34.1 डिग्री तापमान दर्ज किया गया था। आज भी गर्म हवाओं का अलर्ट।

मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के मैदानी जिलों में आज भी गर्म हवाओं के चलने का अनुमान जताया है। ऐसे में आज भी गर्मी के प्रकोप से लोगों को दो चार होना पड़ सकता है। वहीं प्रदेश में अभी बारिश के अभी कोई आसार नहीं है। मौसम विभाग ने प्रदेश में 05 अप्रैल तक मौसम के साफ रहने का अनुमान लगाया है। ऐसे में अभी आने वाले एक महीनें तक लोों को गर्मी झेलनी पड़ेगी। लगातार बढ़ रही गर्मी से सिंचाई के लिए पानी और पीने के पानी की किल्लत में लगातार बढऩे की भी संभावना है।


मार्च में हिमाचल का अधिकतम तापमान
तिथि – तापमान
01 मार्च – 27.4 डिग्री तापमान
10 मार्च – 32.2 डिग्री तामपान
15 मार्च – 34 डिग्री तापमान
20 मार्च – 35.5 डिग्री तामपान
25 मार्च – 36 डिग्री तापमान
30 मार्च – 38.7 डिग्री तापमान

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