ओलावृष्टि से नुकसान: एंटी हेल नेट भी टूटी, सेब, मटर फूलगोभी की फसल तबाह

राजधानी शिमला (Shimla) सहित अपर शिमला के कई क्षेत्रों में शनिवार देर रात तक तेज बारिश ओलावृष्टि व आंधी तूफान (Hailstrom) का दौर चलता रहा। राजधानी शिमला में भी रातभर तेजी बारिश हुई है। साथ ही हल्की हल्की ओलावृष्टि (Hailstrom) भी बारिश के साथ हुई। इसी तरह अपर शिमला के कई क्षेत्रों में बारिश- ओलावृष्टि का दौर दे रात तक चलता रहा। इसके कारण किसानों बागवानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। खासकर शिमला के साथ लगती ठियोग तहसील में बारिश ओलावृष्टि की अधिक मार पड़ी है।


सेब की फसल को ओलो से बचाने के लिए बागवानों ने बागीचों में एंटी हेलनेट लगाए हैं, लेकिन तेज बारिश के साथ आए तूफान व ओलावृष्टि से बागवानों के हेंट हेल नेट भी टूट गए है। साथ ही सेब के पौधों को भी नुकसान पहुंचा है। सेब के साथ साथ स्टोन फ्रूट फसलों को भी भारी नुकसान हुआ है। इसमें प्लम और चैरी की फसल मुख्य रूप से शामिल है। इसके अलावा मटर और फूलगोभी की फसल भी ओलावृष्टि के कारण तबाह हो गई है। ठियोग की क्यार, फाूगू, धरेच, ददास, चियोग, दैहना और बनी पंचायत में रात को ओलावृष्टि जमकर हुई। इससे बागवानों द्वारा लगाई एंटी हेल नेट को भारी नुकसान हुआ। एंटी हेल नेट की स्पोर्ट को बागवानों द्वारा लगाए गए बांस के डंडे भी टूट गए। इससे सेब के पौधों की टहनियों को भी नुकसान हुआ।


एप्पल फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष सोहन ठाकुर ने बताया कि बीती रात शिमला की 6 पंचायतों में 5 बार काफी देर ओले गिरे। रही सही कसर आंधी तूफान ने पूरी की। जिन बागवानों ने अपने बगीचों में एंटी हेल नेट नहीं लगाए थे, उन्हें इसका ज्यादा नुकसान हुआए क्योंकि सेब पर ओलों ने डायरेक्ट अटैक किया। सोहन ठाकुर ने बताया कि सेब के बचाव के लिए मिलने वाली जाली महंगी होती है।

पूरे बगीचे को कवर करने के लिए इस पर लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं। मौसम के तांडव से 6 पंचायतों के बागवान चिंता में पड़ गए हैं। ओलावृष्टि से खेतों में तैयार हो रहे गोभी और मटर की फसल को भी नुकसान हुआ है। पहले बारिश न होने की वजह से किसान परेशान थे। अब ओलावृष्टि ने तैयार हो रही फसल को नष्ट कर दिया है। ओलावृष्टि ने किसानों-बागवानों की चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि प्रदेश में इन दिनों सेब और दूसरे फलों की फ्लावरिंग हो रही है। इस दौरान मौसम का साफ रहना और तापमान का अधिक होना जरूरी होता है। तापमान गिरने से फ्लावरिंग और सेटिंग पर बुरा असर पड़ रहा है।

29 को फिर ओलावृष्टि का अलर्ट
वहीं मौसम विभाग की माने तो प्रदेश में बारिश-ओलावृष्टि का दौर इस सप्ताह भी जारी रहने वाला है। प्रदेश में 29 मार्च तक हल्की बारिश की बौछारें गिरने की संभावना हैं, जबिक 29 और 30 मार्च को फिर से बारिश व ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया गया है। बारिश ओलावृष्टि के कारण जिला शिमला सहित प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में किसानों बागवानों की फसलों को नुकसान पहुंच सकता है।

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