आज चार जिलों फ्लेश फ्लड का खतरा, अलर्ट जारी

तस्वीरें किन्नौर से बादल फटने के बाद 19/07/2022


हिमाचल प्रदेश में रविवार दोपहर 12 बजे तक प्रदेश के 4 जिलों में बाढ़ आने का खतरा हैं। बाढ़ के खतरे को देखते हुए मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने शिमला सिरमौर, चंबा और कांगड़ा जिला के लिए येलो अलर्ट जारी किया हैं। ऐसे में इन जिलों में लोगों को सतर्क रहने को कहा गया हैं। खासकर नदी नालों से दूर रहने को कहा गया हैं। वहीं प्रदेश में अब बारिश का दौर शुरू हो जाएगा। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 7 सितंबर तक प्रदेश में मौसम के खराब रहने का अनुमान लगाया हैं। वहीं 5 सितंबर तक प्रदेश के 7 जिलों बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया हैं।


कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग की मानें तो छह और सात सितम्बर को भी प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में बारिश हो सकती है। इसे देखते हुए सरकार ने प्रदेशवासियों से एहतियात बरतने की अपील की है, क्योंकि प्रदेश में हर बार जाती हुई बारिश तबाही मचाती है।

तबाही इसलिए होती है, क्योंकि दो माह से अधिक वक्त तक बारिश होने से जमीन में नमी बहुत ज्यादा हो जाती है और धरती स्पंज जैसी बन जाती है, जिससे भूस्खलन जैसे हादसे होते हैं। प्रदेश में 29 जून से 2 सितम्बर तक हुई मानसून की बारिश से लगभग 2000 करोड़ की सरकारी व निजी संपत्ति तबाह हो गई है। सड़कों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। 169 मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त, 844 घरों को आंशिक क्षति, 775 गौशालाएं, 75 घाट व दुकानें भी बारिश से क्षतिग्रस्त हुई हैं।



मौतों का आंकड़ा 300 के पार

हिमाचल प्रदेश मेंं मॉनसून के कारण हुई दुघर्टनाओं में मरने वाले लोगों का आंकड़ा 300 को पार कर चुका हैं। प्रदेश में मॉनसून के कारण हुई दुघर्टनाओं में मरने वाले लोगों की संख्या 302 पहुंच चुकी हैं। 581 घायल और 8 लोग लंबे समय से लापता हैं। मंडी जिला में सबसे ज्यादा 52, शिमला में 47, कुल्लू में 37, चंबा में 34, सिरमौर में 24, सोलन में 16, बिलासपुर में 12, हमीरपुर में 11, ऊना में 27, लाहौल स्पीति में 8, किन्नौर में 4 और कांगड़ा में 27 लोगों की बाढ़, भूस्खलन, बादल फटने या सड़क दुर्घटनाओं में जान गई है।

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