हिमाचल की चोटियों में बर्फबारी से 196 सडक़ें और 150 ट्रांसफार्मर बंद लेकिन शिमला फिर तरसा

हिमाचल प्रदेश की ऊंची चोटियों पर एक बार फिर से बर्फबारी हुआ है। ताजा हिमपात के कारण चोटियों ने फिर से सफेद चादर ओढ़ ली है लेकिन राजधानी शिमला में लोगों को अभी तक बर्फ का इंतजार है। इस सीजन में अभी तक शिमला शहर में बर्फबारी नहीं हुई है। शिमला के वासियों और बर्फ की चाह में शिमला घूमने आने वाले पर्यटकों की चाहत अभी तक पूरी नहीं हो पाई है ।

शनिवार को हिमाचल की अधिक ऊंची चोटियों पर ताजा हिमपात दर्ज किया गया। बीते 24 घंटे में कुल्लू के रोहतांग टॉप पर सबसे ज्यादा 45 इंच और अटल टनल में 35 इंच बर्फबारी हुई। किन्नौर, लाहौल स्पीति और कुल्लू जिले में अच्छी बर्फबारी हुई है। मगर, अन्य जिलों में ना तो अच्छी बारिश हुई और ना अच्छी बर्फबारी।

कुफरी और नारकंडा में भी एक-दो बार ही हल्का हिमपात हुआ, जबकि मशहूर पर्यटन स्थल कुफरी और नारकंडा की पहाडिय़ां 2 से 3 महीने के लिए बर्फ से ढकी रहती थी। हालांकि आज दोपहर बाद रिज पर भी बर्फ के हल्के फाहे जरूर गिए। इससे सैलानियों के चेहरे खिल उठे लेकिन एक मिनट बाद बर्फ गिरनी बंद हो गई।

बीते 24 घंटे के दौरान कुल्लू के रोहतांग टॉप पर 45 इंच, अटल टनल में 35 इंच, सोलंग में 30 इंच, किन्नौर के छितकुल में 7 इंच, नाको में 3, पूह में 2, कल्पा व सांगला में 1-1 इंच, चंबा के किलाड़ में 6 इंच, लाहौल स्पीति के सिसु में 6 इंच, उदयपुर व काजा में 3-3 इंच हिमपात हुआ।

बीते दो दिनों के दौरान अधिक ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी के बाद तापमान में कमी आई है। कल्पा का तापमान माइनस 1.2 डिग्री, केलोंग का माइनस 4.7 डिग्री, कुकुमसेरी का माइनस 2.9 डिग्री, नारकंडा का 2.9 डिग्री, शिमला का 4.8 डिग्री, ऊना का 9 डिग्री, सोलन 7 डिग्री, कुफरी का 3.1 डिग्री तक तापमान गिरा है। ज्यादातर स्टेशन के तापमान में दो से पांच डिग्री की कमी आई है।

मौसम विभाग की मानें तो अब भी प्रदेश के अधिक ऊंचे क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी हो सकती है, मगर प्रदेश के निचले इलाकों में मौसम साफ रहेगा। वहीं कल से अगले 4 दिन प्रदेशभर में धूप खिली रहेगी।

सडक़ें, ट्रांसफार्मर फिर बंद, अब तक 6.91 करोड़ रुपए का नुकसान

प्रदेश के अधिक ऊंचे क्षेत्रों में ताजा बर्फबारी से बाद लोगों की परेशानियां बढ़ी हैं। प्रदेशभर में 196 सडक़ें और 150 बिजली के ट्रांसफॉर्मर ठप हो गए हैं। लाहौल स्पीति जिले में सबसे ज्यादा 148 सडक़ें और 112 बजली के ट्रांसफॉर्मर बंद हैं। इसी तरह चंबा में 7 सडक़ें और किन्नौर में 25 सडक़ें एवं 28 ट्रांसफार्मर, कुल्लू में 12 सडक़ें व 09 ट्रांसफार्मर, मंडी में 01 सडक़, शिमला में एक सडक़ व एक ट्रांसफार्मर बंद पड़ा है। वहीं प्रदेश में बर्फबारी से इस सीजन में सरकार को 6.91 करोड़ रुपए का नुकसान आंका गया है।

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