आज से खुलेंगे स्कूल-कॉलेज, नहीं होगी प्रार्थना सभा, हर कक्षा के लिए अलग से होगी लंच ब्रेक, एक साथ नहीं

कोविड बंदिशों के हटने के बाद हिमाचल में आज से स्कूल व कॉलेज खुल जाएंगे। इस संदर्भ में सरकार की ओर से पहले से ही आदेश जारी कर दिए गए हैं, लेकिन अब शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों को खोलने के लिए प्लान भी जारी कर दिया गया है। वीरवार से प्रदेश में सभी कक्षाओं के लिए स्कूल तो खुल जाएंगे, लेकिन स्कूल में प्रार्थना सभा नहीं होगी। दिन में सभी कक्षाओं के लिए पहले की तरह एक साथ रिसेस या लंच ब्रेक नहीं होगी। सभी कक्षाओं के लिए लंच ब्रेक अलग अलग होगी।


शिक्षा विभाग की ओर से जारी किए गए प्लान के अनुसार प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थान कोविड प्रोटोकॉल के साथ नॉरमल शैडयूल के साथ खुलेंगे। शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्तियों व गर्भवती महिलाओं के लिए अब कोई छूट नहीं होगी। सभी को रेगुलर मैनर के साथ डयूटी ज्वाइन करनी होगी। हर दिन शिक्षण संस्थानों के परिसर व क्लासरूम को सेने टाइज करना होगा। शौचालय के दिन में कम से कम दो बार साफ करना होगा। अगर स्कूल में संभावना हो तो आऊटडोर कक्षाएं लगाई जा जा सकती है।


कोविड -19 के बारे में छात्रों को जागरूक करने के लिए नियमित रूप से जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे। इसके अलावा बच्चों, शिक्षक और गैर शिक्षक स्टाफ की थर्मल स्केनिंग भी नियमित रूप से करना जरूरी है। बच्चों व शिक्षक व गैर शिक्षक के लिए मॉस्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना भी अनिवार्य है। इसके लिए शिक्षण संस्थानों के हेड को आधिकारिक दिर्शा निर्देश जारी करने होंगे। स्कूल के एंट्री व एग्जिट प्वाइंट पर सेनेटाइजर की प्रावधान करना होगा।

शिक्षण संस्थानों में बच्चों व स्टाफ के आने व जाने के समय विशेष निगरानी करने के आदेश दिए गए है। बच्चों को भीड़ में स्कूल आने व जाने नहीं दिया जाएगा। इसके लिए कक्षा व स्टाफ में से स्टाफ में से वालेंटियर तैनात किए जाएंगे। परिवहन व्यवस्था के लिए राज्य व केंद्र सरकार की ओर से जारी निर्देशों का पालन करना अनिवार्य है। टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ या छात्र छात्राओं में से जिन्हें सर्दी खांसी और जुकाम जैसे लक्षण है उनके लिए छुट्टी दी जा सकती है। ऐसे छात्रों व स्टाफ के उपचार के लिए स्कूल में अलग से एक कमरा खाली रखने का प्रावधान करना अनिवार्य होगा।


शिक्षा विभाग की ओर से जारी किए गए प्लान की पालना करवाने के लिए स्कूलों व कॉलेजों में नोडल अफसर तैनात करने होंगे। स्कूलों में लेक्चर या टीजीजी और कॉलेजों में एसोसिएट और अस्स्टिैंट प्रोफेसर को नोडल ऑफिसर बनाया जाएगा। यह नोडल ऑफिसर बच्चों व स्टाफ में कोविड व्यवहार की अनुपालना को मॉनिटर करेंगे। आपातकालीन अवस्था में यह नोडल अफसर स्कूल के मुखिया को तुरंत सूचित करेंगे, ताकि समय रहते उचित कदम उठाएं जा सके।

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