मौसम: 3 और 4 अप्रैल को बारिश-ओलावृष्टि अलर्ट, 6 तक मौसम खराब

बारिश से गेंहू की फसल को नुकसान, सेब में पहले चरण की फ्लावरिं पर संकट

हिमाचल प्रदेश में आज और कल फिर से बारिश-ओलावृष्टि के आसार है। मौसम विभाग ने बारिश बर्फबारी को लेकर फिर से येलो अलर्ट जारी किया है। ऐसे में प्रदेश के 10 जिलो में भारी बारिश होने के आसार है। साथ ही आंधी के साथ ओलावृष्टि भी हो सकती है। मौसम विज्ञान शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल का कहना है कि प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ अभी सक्रिय है। प्रदेश में 6 अप्रैल तक मौसम खराब रहेगा। इसके बाद प्रदेश में धूप खिलने के आसार है।


वहीं रविवार को राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अन्य जिलो में भी मौसम साफ बना रहा। धूप खिलने से लोगों को पिछले करीब कई दिनों से हो रही लगातार बारिश से राहत मिली है। मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में न्यूनतम तापमान सामान्य है। जबिक अधिकतम तापमान सामान्य से कम चल रहा है। तापमान में आई गिरावट प्रदेश के बागवानों के लिए नुकसान दायक साबित हो सकती है। ऐसे में तापमान में आई गिरावट के कारण पहले चरण की फ्लावरिंग को नुकसान होने के आसार है। हालांकि दूसरे और तीसरे चरण की फ्लावरिंग पर ज्यादा असर नहीं है।

इसके अलावा मिडल और अपर बेल्ट में इसका ज्यादा नुकसान नहीं होगा। ऐसा विशेषज्ञ का कहना है। बागवानी विशेषज्ञ डॉ. एसपी भारद्वाज का कहना है कि लोअर बेल्ट में फस्र्ट स्टेज की फ्लावरिंग हो चुकी है। यहां पर सेब की सेटिंग पर असर पड़ सकता है। क्योंकि तापमान कम होने व बारिश के कारण बागीचों में मधुमक्खियां नहीं आएगी। इससे पॉलीनेशन की प्रक्रिया बाधित हो सकती है। हालंाकि जहां फूल सुरक्षित हैं वहां ज्यादा दिक्कतें नहीं है। इसके अलावा अपर और मिडल बेल्ट में सेब की फसल को नुकसान नहीं है। इसके अलावा स्टोन फ्रूट में सेटिंग हो चुकी है। ऐसे में स्टोन फ्रूट की फसल खतरे से फिलहाल बाहर है।

गेंहू को नुकसान
वहीं कृषि विभाग के निदेशक डॉ. राजेश कौशिक का कहना है कि कृषि विभाग के लिए यह बारिश नुकसान दायक है। गेंहू की फसल जहां गिर गई है। उसके सडऩे की संभावनाएं बढ़ गई है। गेंहू की फसल पकने की कगार पर थी। ऐसे में बारिश का होना नुकसान दायक है। जहां फसल गिर गई हैं, उसमें चूहें लगने की संभावना भी है। इसके अलावा मटर की फसल के साथ साथ दालों में चने की फसल पर भी इसका गलत प्रभाव पड़ेगा।



कहां कितना तामपान
बारिश बर्फबारी से प्रदेश के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। अधिकतम तापमान अभी भी सामान्य से कम चल रहा है। प्रदेश में सबसे अधिकतम तापमान रविवार को सिरमौर जिला के धौलाकुआ में दर्ज किया गया है। यहां का अधिकतम तापमान 26.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। इसके अलावा राजधानी शिमला में अधिकतम तामपान 15.6 डिग्री सेल्सियस, कांगड़ा में 23.1 डिग्री सेल्सियस, चंबा में 23.0 डिग्री सेल्सियस, सियोबाग में 20 सेंटीमीटर, हमीरपुर में 25.3 डिग्री सेल्सियस, बिलासपुर में 25.5 डिग्री सेल्सियस, नारकंडा में 12 डिग्री सेल्सियस, भुंतर में 23.8 डिग्री सेल्सियस और सुंदरनगर में 23.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।

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