एचआरटीसी की बीओडी, करूणामूलमक नौकरी, कर्मचारियों के नियमितिकरण पर फैसला

एचआरटीसी की बीओडी की बैठक मंगलवार को होगी। यह बैठक परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में होगी। बीओडी की बैठक के लिए एजेंडा फाइनल हो गया है। बैठक में करूणामूलक आधार पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के पदों को भरने पर भी निर्णय होगा। एचआरटीसी में जो कर्मचारी 2 साल का अनुबंध काल पूरा कर चुके हैं, उन कर्मचारियों को नियमित करने पर भी बैठक में फैसला होगा।

हालांकि एचआरटीसी कर्मचारियों को उम्मीद हैं, बैठक में उनकी वित्तीय मांगों पर भी फैसला होगा, लेकिन एचआरटीसी की बीओडी के बैठक के लिए तैयार एजेंडे में उन मांगों को शामिल नहीं किया गया है। बैठक के लिए जो एजेंडा तैयार किया गया है। उस एजेंडे के अनुसार बैठक में यह प्रस्ताव लाया जाएगा कि एचआरटीसी प्राइवेट पैट्रोल पंपो से हाई स्पीड डीजल खरीदेगा। प्राइवेट प्रेट्रोल पंपो से हाई स्पीड खरीदने पर बैठक में चर्चा होगी।

चर्चा के बाद यह निर्णय लिया जाएगा कि एचआरटीसी प्राइवेट प्रैट्रोल पंपो से हाई स्पीड डीजल खरीद सकती है या नहीं। इसके अलावा बैठक में सीएम हेल्पलाइन 1100 में कार्य कर रहे वी विन लिमिटेड कर्मचारियों के बस पास जारी करने को लेकर भी चर्चा होनी है। बताया जा रहा है कि इन कर्मचारियों को बस पास प्रदान करने को लेकर स्वीकृति प्रदान कर दी जाएगी। इसके अलावा एचआरटीसी में वर्कशॉप हेल्पर की जल्द खाली होने वाली पोस्टों पर पीसमील वॉशर बॉय और वॉशर बॉय का नियमितकरण करने पर मंजूरी मिल सकती है।


बैठक में मंडी मिला के सौली खड्ड में 4 बीघा जमीन को ट्रांसफर करने प्रस्ताव भी लाया गया है। यह जमीन पर्यावरण, विज्ञान एवं तकनीक विभाग को ट्रांसफर की जानी है। इस जमीन पर पर्यावरण विभाग की ओर से राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय का निर्माण किया जाना है। बीओडी में एचआरटीसी चालकों व परिचालकों की वर्दियों पर मोनिटेरी लिमिट को बढ़ाकर 3 हजार करने का प्रस्ताव भी है। इसके अलावा धुलाई भत्ता भी 250 करने का प्रस्ताव भी एजेंडे में शामिल किया गया है।

एचआरटीसी की निदेशक मंडल की बैठक में 35 इलेक्ट्रिकल बसों को खरीदने का प्रस्ताव भी लाया जाएगा। इस प्रस्ताव को बीओडी से स्वीकृति मिलने के बाद एचआरटीसी द्वारा बसों को खरीदने के प्रक्रिया शुरू की जाएगी। कुल 35 बसों में से 20 बसें शिमला स्मार्ट सिटी के लिए खरीदी जानी है। वहीं 15 बसें धर्मशाला स्मार्ट सिटी के लिए खरीदी जाएगी। गौरतलब है कि एचआरटीसी की ओर से प्रदेश के धर्मशाला व शिमला शहरों में पहले से ही इलेकिट्रक वाहनों को चलाया जा रहा है। ऐसे में अब इन बसों की संख्या को बढ़ाया जा रहा है।

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