पीसमील को अनबुंध कर्मचारी बनाने की प्रक्रिया हुई शुरू, ईडी ने एक हफ्ते में सभी आरएम, डीएम से मांगी अंडरटेकिंग

एचआरटीसी पीसमील कर्मचारियों को अनुबंध पर लाने के लिए सरकार की घोषणा के बाद अब प्रक्रिया शुरू हो गई है। जल्द ही पीसमील कर्मचारियों को अनुबंध कर्मचारियों का दर्जा मिल जाएगा। इन कर्मचारियों को पीसमील से अनुबंध पर परिवर्तित करने के लिए कार्यकारी निदेशक भूपेंद्र अत्री की ओर से प्रदेश सभी डिविजन के डीएम को एक पत्र लिखा गया है। इस पत्र में कहा गया है कि एक हफ्ते की भीतर सभी डीएम, आरएम और मैनेजर टेक्निकल से एक हफ्ते के भीतर एचआरटीसी की ओर से निर्धारित किए गए परफोरमा के मुताबिक अंडरेटिंग रिसीव की जाए, ताकि पीसमील कर्मचारियों को अनुबंध पर लाने की प्रक्रिया में अगली कार्रवाई की जाए।

एचआरटीसी द्वारा पीसमील कर्मचारियों को अनुबंध पर लाने की प्रक्रिया शुरू होने के बाद अब इन कर्मचारियों ने राहत की सांस ली है। गौरतलब है कि दिसंबर माह में आयोजित बीओडी की बैठक के बाद परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर ने इन कर्मचारियों को पीसमील से अनुबंध पर लाने की घोषणा की थी। मंत्री की घोषणा के बाद सरकार की ओर से इस संबंध में सरकार की ओर से ई गजट पर इसकी अधिसूचना जारी की गई थी। ऐसे में अब एचआरटीसी ने इस मामलें प्रक्रिया शुरू कर दी है।

बीओडी की बैठक में निर्णय लिया गया था कि एचआरटीसी में वर्तमान में 989 कर्मचारी पीसमील आधार पर कार्यरत्त है।इनमें आईटीआई से डिप्लोमा प्राप्त कर्मचारी जो 5 सालों का कार्यकाल पूरा कर चुके है और नॉनआईटीआई वाले कर्मचारी जो 06 साल का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं। वह कर्मचारी पीसमील से अनुबंध पर आने के लिए योग्य होंगे। एचआरटीसी की वर्कशॉप में कार्यरत्त 755 लोग ऐसे हैं, इन योग्यताओं को पूरा करते है। वहीं एचआरटीसी के पास 663 पद खाली है।

ऐसे में योग्य 755 कर्मचारियों में से 663 कर्मचारियों को एक दिसंबर 2021 से अनुबंध पर रखे जाने की घोषणा की गई थी। मंत्री ने बताया था कि 31 मार्च तक एचआरटीसी में 161 पद खाली हो रहे है। ऐसे में योग्य कर्मचारियों में से बचे 92 कर्मचारियों सहित 69 अन्य कर्मचारी जो 31 मार्च 2022 तक योग्यताएं पूरी कर लेंगे, उन्हें अनुबंध पर लाया जाएगा। बाकी बचे कर्मचारियों को पद खाली होने पर 30 सितंबर 2022 तक अनुबंध पर लाया जाएगा।

अगर एचआरटीसी में कोई पद खाली नहीं होगा, तो अलग से पदों का सृजन किए जाने का आश्वासन भी मंत्री द्वारा किया गया था ताकि सभी 989 कर्मचारियों को अनुबंध पर लाया जा सके। गौरतलब है कि एचआरटीसी में कार्यरत्त पीसमील कर्मचारियों ने अनुबंध पर आने के लिए लंबी लड़ी थी। काफी समय की हड़ताल के बाद सरकार को मजबूरन कर्मचारियों को अनुबंध पर लाने के लिए पॉलिसी बनानी पड़ी थी। इनकी हड़ताल के कारण एचआरटीसी का कामकाज काफी ज्यादा प्रभावित हो गया था। एचआरटीसी की सैंकड़ो बसेें मम्मरत न होने के कारण खराब हो गई थी।

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