पेे स्केल फिक्सेशन से स्टाफ नर्सेज हुई नाराज, कहा, अपग्रेड होने के बजाए मिली डिग्रेडेशन

पे स्केल फिक्सेशन से हिमाचल प्रदेश की स्टाफ नर्सेज नाराज है। स्टाफ नर्सेज का कहना है कि पंजाब की तर्ज पर सरकार ने पे स्केल फिक्स तो किया हैं, लेकिन स्टाफ नर्सेज का लेवल अपग्रेड करने की बजाए किया है। पहले जहां स्टाफ नर्सेज का लेवन 14 था, तो वहीं अब यह घटाकर 9 कर दिया गया है। ग्रेड पे 4 हजार से घटाकर 3200 फिक्स कर दिया गया है। स्टाफ नर्सेज एसोएिशन की अध्यक्ष अरूणा लुथरा कहना है कि स्टाफ नर्सेज ने संकट के समय में भी दिन रात सेवाए दी है।

कोविड काल में जहां अन्य कर्मचारियों के लिए 5 डे वीक था, तो स्टाफ नर्सेज को छुट्टी तक नहीं मिल रही है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने स्टाफ नर्सेज के लिए 1500 रुपए प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा तो की हैं, लेकिन वह राशि आज तक स्टाफ नर्सेज को नहीं मिल पाई है। लेवल डिगे्रड होने से प्रदेश के अस्पतालों में सेवाएं दे रही स्टाफ नर्सेज काफी हताश हुई है और जल्द ही इस मसले पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व स्वास्थय सचिव से मुलाकात की जाएगी।

उनका कहना है कि स्टाफ नर्सेज ने मुसीबत के समय में हमेशा सरकार व जनता का सहयोग किया है। ऐसे में अब उनके सहयोग का यह सिला उन्हें दिया जा रहा है। उन्होंने सरकार से मांग उठाई है कि उनके लेवल को डिग्रेड न किया जाए। पंजाब की तर्ज पर नए वेतनमान को लागू किए जाने से स्टाफ नर्सेज खुश हैं, लेकिन लेवर डिग्रेड होने से स्टाफ नर्सेज को हताशा लगी है। हालांकि उन्होंने हाल में 247 स्टाफ नर्सेज को नियमित करने के लिए सरकार का आभार जताया है। हाल ही में स्वास्थय विभाग की ओर से 2 साल का अनुबंध काल पूरा कर चुकी स्टाफ नर्सेज को नियमित करने के आदेश जारी है। नियमित होने के आदेशों के जारी होने के बाद स्टाफ नर्सेज खुश हैं, लेकिन लेवल घटने उन्हें हताशा हाथ लगी है।

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