लोक निर्माण विभाग को बर्फबारी के दौर में अब तक 156 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है। ज्यादातर सडक़ें जनजातीय क्षेत्रों में बंद हुईं हैं और इनमें कई अभी तक बहाल नहीं हो पाई हैं। बर्फबारी की वजह से शिमला समेत किन्नौर, चंबा, लाहुल-स्पीति जिला में बड़े नुकसान का विभाग को सामना करना पड़ा है। आपदा प्रबंधन विभाग तक पहुंचे आंकड़ों में सबसे पहला नाम लोक निर्माण विभाग का ही है।
पूरे प्रदेश की बात करें तो अब तक 269 करोड़ रुपये से ज्यादा के नुकसान का अनुमान है। इस नुकसान में 50 फीसदी से ज्यादा हिस्सा अकेले लोक निर्माण विभाग का है। विभाग को बर्फबारी हटाने के लिए भारी मशीनरी का इस्तेमाल करना पड़ा है। इसके साथ ही निजी ठेकेदारों की भी मदद कई जगह विभाग ने बर्फ हटाने के लिए ली है। मार्ग में भूस्खलन होने और डंगे गिरने से भी आर्थिक नुकसान हुआ है। प्रदेश में जलशक्ति विभाग नुकसान के मामले में दूसरे नंबर पर है।
जलशक्ति विभाग को अभी तक करीब 90 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। जलशक्ति विभाग की पेयजल योजनाएं चंबा, किन्नौर और कुल्लू जिले में प्रभावित हुई हैं। इनमें से कई योजनाओं के मुख्य स्रोत बर्फबारी की भेंट चढ़ गए हैं। बिजली बोर्ड को करीब दस करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है। बोर्ड के ज्यादातर ट्रांसफार्मर भारी बर्फबारी की वजह से खराब हुए हैं।
मार्च में दिल्ली जाएगी रिपोर्ट
बर्फबारी का दौर खत्म होने के बाद मार्च माह में आपदा प्रबंधन विभाग नुकसान की रिपोर्ट केंद्र को भेजेगा। इस रिपोर्ट के आधार पर प्रदेश को बजट आबंटित होगा। बजट आबंटन से पूर्व केंद्र की टीम हिमाचल आएगी और जो आंकड़े भेजे जाएंगे उन पर मंथन करेगी। प्रदेश भर में अब तक 269 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान आंका गया है। मार्च का आखिरी सप्ताह तक यह आंकड़े बदल सकते हैं और अंतिम संख्या के आधार पर केंद्र को इन्हें प्रस्तावित किया जाएगा।\
1151 का नुकसान, मिले 250 करोड़
मानसून सीजन के दौरान प्रदेश को 1151 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा था। इस दौरान फसलों को भी नुकसान पहुंचा था। इसके बाद केंद्र सरकार से एक टीम नवंबर माह में आंकड़ों का आकलन करने हिमाचल आई थी। इस टीम ने शिमला, मंडी, कुल्लू और कांगड़ा समेत अन्य प्रभावित जिलों का दौरा किया था। हालांकि केंद्र ने हिमाचल से भेजी गई नुकसान की रिपोर्ट में कटौती करते हुए करीब 250 करोड़ प्रदेश को देने की बात कही है।
केंद्र की टीम तय करेगी भरपाई : मोख्टा
हिमाचल में बारिश और बर्फबारी से हो रहे नुकसान का आंकड़ा एकत्र किया जा रहा है। लोक निर्माण विभाग, जलशक्ति, बिजली बोर्ड, राजस्व समेत तमाम विभागों को ताजा अपडेट मुहैया करवाने के आदेश दिए गए हैं। विभागों से मिलने वाले आंकड़ों को ऑनलाइन अपडेट किया जा रहा है। अब इन आंकड़ों को अगले महीने सीजन खत्म होने पर केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। केंद्र की टीम हिमाचल आएगी और उसके बाद नुकसान की भरपाई कितनी होती है उसका पता चल पाएगा-सुदेश मोख्टा, निदेशक आपदा प्रबंधन विभाग