हिमफेड के खरीद केंद्रो में पहुंची खाद की सप्लाई


हिमफैड के खरीद केंद्रो पर खाद की सप्लाई पहुंच चुकी है। ऐसे में बागवान सर्दियों में बागीचों में पडऩे वाली खाद अभी से खरीद सकते है। हिमफैड के अध्यक्ष गणेश दत्त ने बताया कि हिमफैड के खरीद केंद्रो पर सभी प्रकार की खाद उपलब्ध है। ऐसे में बागवान जब चाहे तब हिमफैड के खरीद केंद्र से खाद खरीद सकते है।


उन्होंने बताया है कि हिमफैड के सभी विक्रय केन्द्रों में पर्याप्त मात्रा में सभी प्रकार की खादें उपलब्ध है इसे अत सभी किसान व बागवान हिमफैड के गोदामों से सभी प्रकार की खादों को प्राप्त कर सकते है। पिछले दिनों विभिन्न कंपनियों से खाद उपलब्ध न होने के कारण बीच में थाड़ी कमी आ चुकी थी लेकिन हमने हिमाचल प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार के समक्ष खाद की आपूर्ति के बारे में खाद उपलब्ध कराने हेतू निवेदन भेजा था, जिसके परिणाम स्वरूप अब सभी खाद हिमफैड के खाद विक्रय केन्द्रों में 12:32:16, 19:12, 38: 240, 15:15:15, यूरिया उपलब्ध हैं।

हिमफैड के अध्यक्ष गणेष दत्त ने प्रदेष सरकार और केन्द्र सरकार के खाद उपलब्ध कराने के प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया है जिनके सक्रीय प्रयासों से हिमफैड के सभी गोदामों में खादें उपलब्ध हो पाई हैं। हिमफैड के अध्यक्ष गणेष दत्त ने सभी किसानो व बागवानों से कहा है कि हिमफैड के गोदामों से हॉर्टीकल्चर मिनरल ऑयल यानि एचएमओ और कृषि उपकरण भी सस्ते दाम में खरीद सकते है इसलिए सहकारी एजेंसी का लाभ उठाते हुए सभी गोदामों से हार्टीकल्चर मिनरल ऑयल तथा कृशि उपकरण खरीद भी खरीद सकते हैं।

बागवानों को सर्दियों के मौसम में खाद की आवश्यकता पड़ती है। बागवानी विशेषज्ञ का कहना है कि पिछले कई दिनों से बारिश न होने से अभी सूखे की स्थिति है। अभी बागवान बागीचों में खाद डालने से बचे। जनवरी माह में अगर बारिश व बर्फबारी से नमी पड़ती है तो बागवानी बागीचों में सुपर फास्फेट खाद डाल सकते है। वहीं पोटाश की खाद डालने के लिए फरवरी माह सबसे उपयुक्त माना जाता है। जनवरी और फरवरी में यूरिया का का प्रयोग करने से बचे। यूरिया का प्रयोग बागवान पौधों में फलावरिंग के कुछ दिन पहले फरवरी माह के दौरान डाल सकते है।

———रोहित शर्मा

Total
0
Shares
Related Posts
Total
0
Share