हेल्थ केयर वर्कर्स के लिए जारी हुई नई गाइडलाइन्स, अब 5 दिन बाद होगा कोरोना टेस्ट


कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने अस्पतालों में कार्यरत्त हेल्थ केयर वर्कर्स के लिए नई एसओपी जारी की है। केंद्रीय स्वास्थय मंत्रालय की ओर से जारी आदेशों में कहा गया है कि अस्पतालों में कार्यरत्त हेल्थ केयर वर्कर्स में कोरोना संक्रमण का खतरा ज्यादा है। ऐसे में हेल्थ केयर वर्कर्स को विशेष एहतियात अपनाने की जरूरत है। केंद्र से एसओपी जारी होने के बाद अब स्वास्थय विभाग ने जिलो को आदेश जारी कर दिए है।


एसओपी के मुताबिक कोरोना संक्रमण से बचने के लिए हेल्थ केयर वर्कर को अस्पातालों में पीपीई किट पहनना अनिवार्य है। अगर कोई हेल्थ केयर वर्कर बिना पीपीई किट पहने मरीज़ो का इलाज करता हैं तो फिर विभाग के एचओडी और संबंधित नोडल अधिकारी को तुरंत इसकी रिपोर्ट देनी होगी। बिना पीपीई किट पहने मरीज का इलाज करने के पांच दिनों के अंदर हेल्थ केयर वर्कर को कोविड टेस्ट करना होगा। बिना पीपीई किट मरीज का इलाज करने के 14 दिन बाद तक अगर हेल्थ केयर वर्कर में कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं, तो फिर उसे कोविड टेस्ट करवाकर आइसोलेट होना पड़ेगा।


अगर किसी में कोविड के लक्षण पाए जाते हैं तो फिर उसे टेस्ट करवाने के बाद आइसोलेट होना पड़ेगा। मामूली मामलों में हेल्थ केयर वर्कर्स होम आइसोलेट होना पड़ेगा और गंभीर मामलों में डेडीकेटिड कोविड अस्पताल में आइसोलेट व उपचार होगा। गंभीर मामलों में ऑक्सीजन थेरेपी की जरूरत होगी। गौरतलब है कि हिमालच प्रदेश में पिछले कई दिनों से कोविड के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। आलम यह है कि प्रदेश में एक्टिव केस का आंकड़ा बढ़कर 3 हजार से अधिक हो गया है। प्रदेश में रोजाना कोविड के नए मामलों में भी बढ़ोत्तरी हो रही है। ऐसे में स्वास्थय विभाग ने सभी हेल्थ केयर वर्कर को आदेश दिए है कि वह केंद्र सरकार की ओर से जारी दिशा निर्देशों का पालन करें।

बडी सिस्टम होगा तैयार

स्वास्थय विभाग की ओर से जारी आदेशों के अनुसार अस्पतालों में इंफेक्शन कंट्रोल प्रेक्टिस के लिए बडी सिस्टम को फालो करना जरूरी है। बडी सिस्टम के अनुसार 2 या 2 से अधिक लोगों की एक टीम तैयारी की जाएगी। टीम में हर हेल्थ केयर वर्कर की जिम्मेदारी होगी कि वह अपने सहयोगी की सुरक्षा का ख्याल रखे। हैंड हाइजीन का ध्यान रखना। पीपीई किट पहनना सुनिश्चित करवाना होगा।


केंद्र सरकार की ओर से जारी एसओपी की अनुसार सभी अस्पतालों में कोविड केयर सेंटर में मरीज़ो के लिए थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था का प्रावधान करना भी जरूरी है। अस्पताल में प्रवेश करते और अस्पताल से निकलते समय हेल्थ केयर वर्कर्स को थर्मल स्कैनिंग करवानी होगी। अगर की किसी में कोरोना वायरस के लक्षण पाए जाते हैं तो फिर कोविड टेस्ट करवाना होगा। इसके अलावा हेल्थ केयर वर्कर के अलावा वैक्सीन की दोनो डोज लगाने के अलावा एहितयातन डोज लगाना भी जरूरी होगा।

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