विदेश से हिमाचल आने पर 14 दिन का क्वारंटीन

स्वास्थय विभाग की ओर से सभी जिलो को आदेश जारी कर दिए गए है कि ओमिक्रॉन के संक्रमण वाले देशों से आने वाले हर व्यक्ति को 14 दिन का क्वारंटीन पूरा करना पड़ेगा। 7 दिन का क्वारंटीन स्वास्थय विभाग करवाएगा और 7 दिन के लिए सेल्फ क्वारंटीन करना होगा।


कोरोना वायरस के नए और अब तक के सबसे तेज फैलने वाले ऑमिक्रॉन वैरिएंट के संक्रमण को देखते हुए हिमाचल में इससे बचने के लिए तैयारियां शुरू हो गई है। स्वास्थय विभाग की ओर से सभी जिलो को आदेश जारी कर दिए गए है कि ओमिक्रॉन के संक्रमण वाले देशों से आने वाले हर व्यक्ति को 14 दिन का क्वारंटीन पूरा करना पड़ेगा। 7 दिन का क्वारंटीन स्वास्थय विभाग करवाएगा और 7 दिन के लिए सेल्फ क्वारंटीन करना होगा।


राष्ट्रीय स्वास्थय मिशन के निदेशक हेमराज बैरवा ने बताया कि इस बारे में स्वास्थय विभाग की ओर से जिलो को आदेश जारी कर दिए गए है। इसके अलावा स्वास्थय विभाग की ओर से भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के साथ लगातार संपर्क किया जा रहा है। प्रदेश में अभी तक ओमीक्रॉन संक्रमित देशों कोई भी व्यक्ति नहीं आया है और न ही देश के उन राज्यों से आया है, जहां पर ऑमिकॉन वैरिएंट के मामले पाए गए हैं।

कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए हिमाचल सरकार ने ऐलान किया है कि विदेश से आने वाले हर यात्री का कोरोना टेस्ट किया जाएगा। इसको लेकर तय प्रोटोकॉल है, उसकी पालना की जा रही है। कोविड टीकाकरण की दूसरी डोज को लेकर सीएम ने कहा कि 53 लाख 77 हजार लोगों को दूसरी डोज लगाने का लक्ष्य पूरा कर लिया गया है। गौरतलब है कि हिमाचल में कोरोना के नए वेरिएंट का कोई मामला नहीं है।

कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से निपटने के लिए सरकार तैयारियों में जुट गई है। मेडिकल कॉलेजों में मरीजों का भीड़ न उमड़ेए इसके लिए ऐसे मरीजों का उपचार जिला अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ही होगा। हिमाचल प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट रहने को कहा है। सरकार की ओर से भी स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए हैं कि कोरोना की दूसरी डोज लगाने के बाद जो लोग पॉजिटिव आ रहे हैं, उनके सैंपल भी जांच के लिए दिल्ली भेजे जाएं।

नए वेरिएंट को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने जिलों में टीमें गठित की हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में अतिरिक्त स्टाफ तैनात किया गया हैण् विदेशों से आने वाले लोगों पर विभाग नजर रखे हुए हैं, जिला उपायुक्तों के साथ इसको लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग चल रही है। कोविड के नए वेरियंट ओमिक्रॉन से समूचे दुनिया लड़ाई लड़ रही है और इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग भी पूरी तरह से तैयार हो गया है।

प्रदेश में मौजूदा समय में करीब 900 वेंटीलेटर है और कोरोना के लिए बनाया गया हर सेंटर व डेडीकेटिड सेंटर इससे लैस है, लेकिन अब लोग कोविड नियमों को दरकिनार करने लगे है। प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के पास अब उपकरणों की कोई कमी नहीं है। जहां पर्याप्त मात्रा में वेंटिलेटर, पीपीई किट सहित अन्य उपकरणों की बहार है, वहीं स्टाफ को पूरी तरह से ट्रेंड कर दिया गया है। इनमें डाक्टरों सहित पैरा मेडिकल स्टाफ पूरी तरह से निपुण हो गया है।

उपनिदेशक स्वास्थ्य सेवायें एवं स्टेट नोडल आफिसर डॉ रमेश चंद ने बताया कि ओमिक्रॉन का समय पर बचाव बहुत जरूरी है और पूरी दुनिया इससे त्रस्त है और इससे निपटने के लिए हर मुमकिन प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में उपकरणों की कमी नहीं है, लेकिन लोगों को चाहिए कि वह किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरते और कोविड के जारी सरकार व स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों का अनुसरण करें, ताकि इससे लड़ा जा सके, क्योंकि समय पर बचाव होगा तो ही इस महामारी पर पूरी तरह से काबू पाया जा सकेगा।

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