HRTC प्रबंधन से मुलाकात के बाद मायूस लौटे पैशनर्स 26 को घुमारवीं में तैयार करेंगे अगली रणनीति

अभी तक नहीं मिली पैंशन, 500 करोड़ वित्तीय देनदारियां भी लंबित

एचआरटीसी (HRTC) के पैशनरों को समय पर पैंशन (Pension)नहीं मिल रही है। इसकी कारण सोमवार को पैंशनरों (Pensioners) ने शिमला में एचआरटीसी (HRTC) मुख्यालय का घेराव किया और एचआरटीसी के प्रबंध निदेशक संदीप कुमार से भी मुलाकात की।

एचआरटीसी प्रबंध निदेशक से मुलाकात के बाद भी पैशनरों को मायूसी हाथ लगी है। ऐसे में अब पैशनर्स 26 अप्रैल को घुमारवी में होने वाली बैठक में अगली रणनीति तैयार करेंगे। इसके बाद एचआरटीसी प्रबंधन व सरकार के खिलाफ पैंशनरों ने मोर्चा खोलने की तैयारी कर रहे हैं।

एचआरटीसी पैंशनर्स कल्याण संगठन के प्रांतीय प्रधान सत्यपाल शर्मा ने बताया कि उन्होंने एचआरटीसी प्रबंध निदेशक से समय पर पैंशन जारी करने और अन्य वित्तीय लाभों को जल्द से जल्द एचआरटीसी पैंशनरों को प्रदान करने की मांग उठाई थी, लेकिन एचआरटीसी प्रबंधन अभी भी 9 करोड़ के घाटे का रोना रो रहा है।

एचआरटीसी पैंशनरों को पैंशन निर्धारित समयाधि में प्रदान की जाए। इस पर भी स्थिति सपष्ट नहीं हो पाई है। उन्होंने बताया कि एचआरटीसी के पैंशनरों को अभी तक मार्च महीने की पेंशन नहीं मिली हैं, जबिक फरवरी महीने की पैंशन भी 20 मार्च के बाद मिली थी।

पैंशन प्रदान करने की निश्चित तारीख न होने के कारण एचआरटीसी पैंशनरों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उनका कहना है कि समय पर पैंशन न मिलने के कारण एचआरटीसी पैंशनरों को आर्थिक व मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

जीवन आधे से ज्यादा समय एचआरटीसी व प्रदेश के लोगों की सेवा में सेवानिवृत कर्मचारियों ने लगा दिया। उनकी सेवाओं का यह सिला दिया जा रहा है कि समय पर एचआरटीसी पैंशनरों को समय पर पैंशन भी नहीं दी जा रही है।

एचआरटीसी प्रबंधन व सरकार से मांग उठाई है कि एचआरटीसी पैंशनरों को महीने के पहले हफ्ते में ही पैंशन प्रदान की जाए और इसके लिए कोई निश्चित तिथि रखा जाए, ताकि हर महीने पैंशनरों को समय पर पैंशन मिल सके।

पैंशन के अलावा 500 करोड़ की देनदारियां

सत्यप्रकाश शर्मा ने बताया कि एचआरटीसी पैंशनरों को पैंशन के अलावा करीब 500 करोड़ रुपए की देनदारियां एचआरटीसी को देनी हैं, लेकिन हालत यह है कि समय पर पैंशन भी नहीं मिल रही है।

उन्होंने कहा कि नए वेतन आयोग की 50 हजार रुपए की किस्त अन्य विभागों व निगमों के पैंशनरों को जारी कर दी गई हैं, लेकिन एचआरटीसी पैंशनर्स ही इससे महरूम रह गए हैं।

इसके अलावा मेडिकल बिलों की रिंबर्समेंट का भुगतान करना भी बाकी हैं। उन्होंने चेताया है कि अगर एचआरटीसी पैंशनरों के प्रति सरकार व प्रशासन रवैया ढीला रहता हैं तो फिर आने वाले समय में इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।

उन्होंने सरकार से मांग उठाई है कि जल्द से जल्द एचआरटीसी पैंशनरों के लंबित भत्तों का भुगतान किया जाए साथ ही पैंशन के लए निश्चित दिन निर्धारित किया जाए और उसी दिन सभी पैंशनरों की पैंशन प्रदान की जाए। अन्यथा एचआरटीसी पैंशन आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेंगे।

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