पंडोह बस हादसा: बस का नहीं हो रहा था रूटीन चैक, कम्मानी भी खराब, ब्रेक भी थी खराब

एचआरटीसी की कार्यशालों में बसों की मरम्मत के लिए आवश्यक कलपुर्जे नहीं है। इनकी कमी के कारण समय पर एचआरटीसी की बसें समय पर रिपेयर नहीं हो पा रही है। बसें रिपेयर न होने के कारण मजबूरन खराब बसें ही चालकों को चलानी पड़ रही है। आधे अधूरे कलपुर्जो वाली बसें हादसों को न्योता दे रही है।

हाल ही में हुए दो सडक़ हादसें भी इस बात के गवाह है। एचआरटीसी की संयुक्त समन्वय समिति ने आरोप लगाया है कि 4 अप्रैल 2022 को बस नंबर एचपी् 03 बी 6174 मनाली शिमला, पंडोह नामक स्थान के समीप दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। एचआरटीसी चंबा यूनिट की एक बस रूट पर चलते चलते जलकर राख हो गई।

उक्त बसों की दुर्घटनाओं का कारण तकनीकी खराबी बताया जा रहा है। जबिक एचपी 03 बी 6174 बस को चालक 02 अप्रैल को मेंटेनेंस के लिए कर्मशाला में लेकर गया था और वहां पर चालक द्वारा गाड़ी को ठीक करने के लिए चार डिफेक्ट दिए गए थे। क्योंकि कर्मशालाओं में तकनीकी कर्मचारियों और स्टोरों में कलपुर्जों की भारी कमी चल रही है। जिससे बसों की समय पर सही मरम्मत नहीं हो पा रही है। जबकि गाड़ी की निर्माता कंपनियों द्वारा नॉर्म के अनुसार प्रीवेंटिव मेंटेनेंस निर्धारित की गई है। परंतु निगम प्रबंधन प्रीवेंटिव मेंटेनेंस के बजाएं ब्रेकडाउन मेंटेनेंस की ओर आ गए हैं। जिससे कि हमेशा ही जान माल के नुकसान का अंदेशा बना रहता है जिसकी वजह से उक्त बस में कार्यरत चालक को अपनी जान गंवानी पड़ी एवं परिचालक भी दोनों टांगों से अपाहिज हो गया है और बहुत से यात्री भी घायल हुए हैं। इससे आम जनमानस में एचआरटीसी की छवि धूमिल हुई है। इस घटना से सीधे तौर पर एचआरटीसी प्रबंधन की संस्था के प्रति कार्यशैली की उदासीनता को प्रदर्शित करती है।

परिजनों को नौकरी दे सरकार
समन्वय समिति प्रदेश सरकार व निगम प्रबंधन से मांग उठाई है कि हाल ही में हुई 2 दुर्घटनाओं में शहीद हुए चालक के परिजन को एक माह के भीतर नौकरी के साथ उसकी धर्मपत्नी को माता और बच्चों की परवरिश के लिए पेंशन दी जाए। अपाहिज हुए परिचालक को आजीवन घर बैठे पूरी तनख्वा प्रदान की जाए तथा प्रीवेंटिव मेंटेनेंस को सुचारू करने के लिए कर्मशालाओं में नॉर्म के अनुसार तकनीकी कर्मचारियों की भर्ती की जाए और स्टोरों में सभी प्रकार के कलपुर्जों की आपूर्ति समय अनुसार सुनिश्चित की जाए। जिससे कि चालक-परिचालक फील्ड में निर्भय होकर अपनी सेवाएं प्रदान कर सके और भविष्य में किसी अनहोनी से बचा जा सके।

पंडोह में दुर्घटनाग्रस्त बस में थे यह डिफेक्ट
-समय पर नहीं हो पा रहा था गाड़ी का रूटीन चेकअप

  • लेफ्ट साइड की कम्मानी को ठीक नहीं किया गया था।
    -शाफ्ट चैक नहीं किया गया था।
  • बस ब्रेक भी की जानी थी ठीक ब्रेक

    जांच की उठाई है मांग
    हिमाचल परिवहन कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति के अध्यक्ष समर चौहान, उपाध्यक्ष पूर्ण चंद शर्मा, सचिव खेमेंद्र गुप्ता, प्रवक्ता संजय कुमार, कोषाध्यक्ष जगदीश चंद एवम् सर्व हितेंद्र कंवर, गोपाल लाल, देवी चंद, देश राज, राय सिंह, धनीराम, सुखराम, प्रेम सिंह, अनित कुमार, ऋषिलाल, संजीव कुमारए नवल किशोरए टेक चन्दए विजय कुमार, यशपाल सुल्तानपुरी, सुशील कपरेट, दलीप शर्मा ने एचआरटीसी प्रबंधन व सरकार से मांग उठाई है कि अब यह जांच का विषय है कि गाड़ी जब मरम्मत के लिए कर्मशाला में जाती है तो वहां पर तकनीकी कर्मचारियों की नॉर्म अनुसार संख्या कितनी है और कार्यरत कितने है।
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