शिमला के जंगलों में दहक रही आग बेकाबू

राजधानी शिमला के जंगलों में दहक रही आग बेकाबू हो गई है। शिमला के समीप तारादेवी के जंगल में पिछले 3 दिनों से आग लगी हुई हैं। आग बुझाने के लिए आईटीबीपी, होमगार्ड और फायर विभाग प्रयास कर रहे हैं, लेकिन आग बुझने का नाम नहीं ले रही है। आग के कारण जहां करोड़ो रुपए की वन संपदा जलकर खाक हो गई हैं, तो वहीं दूसरी ओर पर्यावरण भी दूषित है। आग के धुए के कारण शिमला शहर मे धुंध छाई रहती हैं तो वहीं शहर में गर्मी भी बढ़ गई है।
आग से लाखों की वन संपदा और सैकड़ों वन्य जीव जलकर राख हो गए हैं। वन्य जीवों के आशियाने भी उजड़ गए हैं। जंगल में लगी आग से स्थानीय लोगों की घासनियां भी जलकर राख हो गई हैं। इससे ग्रामीणों को आने वाले दिनों में पशुओं के लिए चारे की किल्लत झेलनी पड़ेगी। जंगल में आग के बाद आईटीबी कैंप, फायल और धारी के स्थानीय लोग डरे हुए हैं, क्योंकि जंगल के आसपास कई गांव बसे हैं। आग पर जल्द काबू नहीं पाया गया, तो यह लोगों के घरों को भी अपनी चपेट में ले सकती है। शिमला के साथ लगते भरयाल कूड़ा संयंत्र के समीप भी आज सुबह दोबारा आग भड़क गई। अग्निशमन विभाग की एक टीम मौके के लिए आग बुझाने को रवाना हो गई है। तारादेवी के जंगल में बीते 80 घंटे से आग के बाद आसमान में धुंए के गुबार उड़ रहे हैं। इससे आसपास के क्षेत्रों में विजिबिलिटी भी कम हुई है। जंगलों के पास रहने वाले लोग आमतौर पर अपने खेत और बगीचों में झाडिय़ां इत्यादि जलाने के लिए आग लगा देते हैं। सूखे के कारण आग नियंत्रित नहीं हो पाती और फैल जाती है। इसी तरह बीड़ी-सिगरेट पीने वाले कुछ लोग बिना बुझाए उसे रास्ते में फेंक देते हैं। इससे भी कई बार जंगलों में आग फैल जाती है।
बताया जा रहा है कि 40 से 50 हेक्टेयर वन भूमि आग की चपेट में आ गई है। तीन विभागों की टीम आग बुझाने में जुटी हुई है। गर्मी की तपिश के साथ जंगलों की आग भी बढ़ती जा रही है। जंगलों की आग गांवों की ओर भी बढ़ रही है। हालांकि आइटीबीपी, वन विभाग, अग्निशमन विभाग और होमगार्ड से लेकर अन्य सभी एजेंसियां भी जंगल की आग को नियंत्रित करने में लगी हैं। आग को एक जगह से नियंत्रित होने के बाद दूसरी जगह पकड़ लेती है। इससे आग को नियंत्रित करना काफी मुश्किल हो रहा है। इसके बाद सुबह फिर पांच बजे जंगल में आग भड़क गई। हवा के साथ फिर से आग ने चंद लम्हों में विकराल रूप धारण कर लिया, जिसे नियंत्रित करना फिर से चुनौती बन गया। इन विभागों की टीमों ने संयुक्त रूप से प्रयास के बाद इस आग को शाम तक नियंत्रित किया। इसी दौरान शोघी के जंगल में फिर से आग भड़क गई और वहां पर सभी टीमों को भेजा गया है। आग बुझाने में जुटे हैं 150 से ज्यादा जवान
इतने कर्मचारी बुझा रहे है आग
आग को बुझाने के लिए आइटीबीपी के 50 से ज्यादा जवानों सहित वन विभाग के कर्मचारियों सहित 150 अन्य कर्मचारी भी जुटे रहे। वन विभाग के अधिकारियों सहित सात लोग अग्निशमन विभाग, 50 से ज्यादा लोग और होमगार्ड के करीब 35 जवान आग बुझाने में जुटे हैं। आग को अभी तक नियंत्रित नहीं किया जा सका है। आग से अभी तक 40 से 50 हेक्टेयर वन भूमि को नुकसान हो गया है वन विभाग के अधिकारी भी मौके पर जुटे हैं।
यहां भी लगी आग
तारादेवी के जंगलों के अलावा शहर के अन्य जंगलों में भी आग लगने का सिलसिला जारी है। अग्रिशमन विभाग से प्राप्त जानकारी के शहर के संकट मोचन, शिलगांव, ज्यूडिशियल कोर्ट चक्कर के समीप लगते जंगल, बड़श में जंगल की आग लगने के मामले सामने आए है। इसके अलावा शहर के यूएस कलब में एक घर में भी आग लगने काम मामला सामने आया है।

Total
0
Shares
Related Posts
Total
0
Share