एचआरटीसी कर्मचारियों को क्यों चाहिए मेडिपर्सन एक्ट

डॉक्टरों के लिए लागू होने वाले मेडि पर्सन एक्ट को एचआरटीसी कर्मचारियों के लिए भी लागू करने की मांग उठ रही हैं। एचआरटीसी ड्राईवर यूनियन ने सिरमौर जिला में हुई एक घटना के बाद सरकार से यह मांग उठाई हैं। दरअसल शनिवार शाम को सिरमौर जिला के कौल-भालाभुड रूट पर एक बाइक सवाल व्यक्ति ने एचआरटीसी चालक का पत्थर मारकर सिर फाड़ दिया है। इस घटना के बाद एचआरटीसी चालकों परिचालकों में दहशत का माहौल है।


एचआरटीसी ड्राईवर यूनियन के प्रांतीय प्रधान मान सिंह वर्मा ने सरकार से मांग उठाई है जिस प्रकार से डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए सरकार मेडि पर्सन एक्ट के प्रावधनों को लागू किया हैं, उसी प्रकार से इस एक्ट के प्रावधान एचआरटीसी चालकों व परिचालकों के लिए लागू किया जाए, ताकि उनके साथ मारपीट की घटनाएं कम हो सके और वह सुरक्षति महसूस कर सके।

गौरतलब है कि मेडिपर्सन एक्ट के अनुसार अस्पतालों में हिंसा और डॉक्टरों से मारपीट पर सीधे जेल का प्रावधान हैं। वर्ष 2017 राज्यपाल की मंजूरी के बाद प्रदेश में नया कानून लागू कर दिया गया है। संशोधित मेडिपर्सन एक्ट में स्वास्थ्य संस्थानों में डॉक्टरों से झगड़ा करने या हिंसा को गैर जमानती अपराध की श्रेणी में रखा गया है। दोषी पाए जाने पर तीन साल तक जेल हो सकती है।

नए कानून का दुरुपयोग न हो, इसके लिए पुलिस को अस्पताल प्रमुख के माध्यम से ही शिकायत करने का प्रावधान किया गया है। कोई भी डॉक्टर सीधे शिकायत नहीं कर सकता।
वहीं एचआरटीसी ड्राईवर यूनियन ने आरोप लगाया है कि एचआरटीसी के रिकांगपिओं में 3 साल के सेवा के बाद कंडक्टर को अड्डा इंजार्ज लगाया हैं। जबिक 25-25 सालों से सेवाएं दे रहे कंडक्टरों या अन्य कर्मचारियों को दरकिनार किया गया हैं।

मान सिंह ठाकुर ने आरोप लगाया है कि आरएम रिकांगपिओं द्वारा नियमों उंघ्घन किया गया हैं। उन्होंने एचआरटीसी प्रबंधन से मांग उठाई है कि आरएम रिकांगपिओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए। उन्होंने चेताया है कि 13 सितंबर तक एचआरटीसी प्रबंधन व सरकार ओर से कोई कदम नही उठाया जाता हैं तो फिर रिकांगपिओं डिपो को 14 सितंबर को बंद कर दिया जाएगा।

अन्य कर्मचारियों के साथ मिले एरियर

एचआरटीसी ड्राईवर यूनियन ने सरकार से मांग उठाई है कि सरकार की ओर से जब प्रदेश के बाकी कर्मचारियों को साथ ही एरियर प्रदान किया जाए। उनका कहना है कि एचआरटीसी कर्मचारियों को नये वेतन आयोग के लिए भी काफी लंबा इंतजार करना पड़ा था। एचआरटीसी कर्मचारियों को सभी कर्मचारियों के बाद नया वेतन आयोग मिला था। उन्होंने मांग उठाई है कि एचआरटीसी कर्मचारियों को ऐरियर बाकी कर्मचारियों के साथ ही प्रदान किया जाए।

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