येलो अलर्ट: हिमाचल में 27 तक सताएगा मौसम

हिमाचल प्रदेश में बारिश का दौर अभी जारी रहेगा। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने अनुमान जताया है कि प्रदेश में 27 जुलाई तक मूसलाधार बारिश का दौर चलता रहेगा। मूसलाधार बारिश को संभावना को देखते हुए येलो अलर्ट भी जारी किया गया है। इसके दौरान प्रदेश के कई क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण भूस्खलन व बाढ़ आने की संभावना भी जताई जा रही है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। नदी नालों से दूर रहने को कहा गया हैं, वहीं भूस्खलन की दृष्टि से संवदेनशील जगहों से दूर रहने की हिदायत भी दी गई है।


शनिवार को भी राजधानी शिमला सहित प्रदेश के कई क्षेत्रों में बारिश का दौर चलता रहा है। बारिश के कारण प्रदेश में धुंध भी छाई रही है। धुंध के कारण प्रदेश में विजिब्लिटी काफी हद तक कम हो गई थी। कम विजिब्ल्टिी को ध्यान में रखते हुए परिवहन विभाग व राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से वाहन चालकों सावधानी से वाहन चलाने को कहा गया हैं, ताकि सड़क दुर्घटना से बचा जा सके।


मौसम विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार शनिवार को प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश खेड़ी में हुई है। यहां पर 84, धर्मशालाल में 37, सलूनी में 31, पालमपुर में 30, डलहौजी में 23, बिजाही में 20, शिलारू में 19, चंबा में 16, पांवटा साहिब, चौपाल और हमीरपुर में 15, पंडोह और गोहर में 13, जोगेंद्रनगर में 11, नाहन-नारकंडा में 10, कुमारसैन में 9 और छतराड़ी में 8 मिलीमीटर बारिश हुई है।


शनिवार को प्रदेश में सबसे ज्यादा तापमान बिलासपुर जिला में दर्ज किया गया है। यहां का अधिकतम 32.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। वहीं ऊना जिला में अधिकतम तामपान 32.8 डिग्री सेल्सियस, मंडी जिला में जिला में अधिकतम तापमान 32.7 डिग्री सेल्सियस, राजधानी शिमला में 24.3, सुंदरनगर में 32.2, भुंतर में 31.7 डिग्री, कल्पा में 24.3, धर्मशाला में 26, नाहनल में 29, केलंग में 22.5, पालमपुर में 25.6, सोलन में 29.5, मनाली में 26, कांगड़ा में 29.5, हमीरपुर में 30.8, चंबा में 24 और डलहौजी में 20 डिग्री अधिकतम तापमान दर्ज किया गया है।

अब तक 422 करोड़ का नुकसान
मॉनसून के कारण हिमाचल प्रदेश को हर साल करोड़ो रुपए का नुकसान उठाना पड़ता है। इस बार भी प्रदेश में नुकसान का दौर जारी है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में अब तक मॉनसून के कारण 422 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। इनमें से सबसे ज्यादा नुकसान लोक निर्माण विभाग व आईपीएच विभाग को हुआ है। मॉनसून के कारण हुई दुर्घटनाओं में अब तक 112 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं 141 लोग घायल हो चुके है। जबिक 4 लोग लापता है। प्रदेश में अभी भी 18 सड़कें, 3 ट्रांसफार्मर और 16 वाटर सप्लाइ की स्कीमें अभी भी बंद है।

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